भोपाल । गुरुवार को अधिकतम तापमान में मामूली कमी आई जबकि रात के तापमान में इजाफा हुआ है। 30 नवंबर से एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा जिसकी वजह से दिसंबर की शुरुआत बादलों के साथ होगी। 4 दिसंबर तक विक्षोभ की वजह से तापमान सामान्य से एकाध डिग्री ज्यादा रिकॉर्ड हो सकता है। 5 दिसंबर के बाद से कंपकंपाने वाली सर्दी शुरू होगी। ठंड के इस सीजन में रात के तापमान का निचला स्तर फिलहाल 11.8 डिग्री ही रहा है।
 राजस्थान पर बने प्रति-चक्रवात के असर से हवाओं का रुख बार-बार बदल रहा है। इसके चलते दिन-रात के तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला बना हुआ है। इसी क्रम में शुक्रवार को मध्य प्रदेश में सबसे कम छह डिग्री सेल्सियस तापमान नौगांव में दर्ज किया गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो नौगांव के न्यूनतम तापमान से 0.5 डिग्री सेल्सियस कम रहा। राजधानी का न्यूनतम तापमान 10.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो गुरुवार के न्यूनतम तापमान की तुलना में 0.5 डिग्री सेल्सियस कम रहा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मौसम का मिजाज अभी इसी तरह बना रहने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 10.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहा। साथ ही यह गुरुवार के न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 0.5 डिग्री सेल्सियस कम रहा। गुरुवार को शहर का अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था जो सामान्य रहा। साथ ही बुधवार के अधिकतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले 0.1 डिग्री सेल्सियस कम रहा था। शुक्रवार को भी अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में पिछले दिनों बर्फबारी होने के कारण वहां का तापमान काफी कम है। उत्तर भारत की तरफ से सर्द हवाएं तो आ रही हैं लेकिन राजस्थान पर बने एक प्रति-चक्रवात के असर से मध्य प्रदेश में आकर हवाओं का रुख कभी उत्तरी तो कभी पूर्वी हो जा रहा है। इस वजह से तापमान में उतार-चढ़ाव हो रहा है।