कोरबा के सीतामढ़ी इलाके में मां के हाथ से बच्ची को छीनकर भाग रहे एक शख्स की लोगों ने पिटाई कर दी। पिटाई करने के बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया। लोगों का कहना है कि संबंधित व्यक्ति पागलपन का प्रदर्शन कर रहा था, लेकिन उसके इरादे बिल्कुल बच्चा चोरी करने वाले गिरोह जैसे थे। दूसरी ओर कोतवाली पुलिस का दावा है कि जिसे चोर बताया जा रहा है, उसकी मानसिक स्थिति बेहतर नहीं है। इसलिए पुलिस उसे समझाइश दे रही है।

पूरा मामला कोतवाली पुलिस थाना क्षेत्र में आने वाले सीतामढ़ी सरकारी अतिथि गृह के पास का है। यहां देवकुमारी महंत अपनी ढाई साल की बेटी श्रेया को लेकर मां के घर जा रही थी। वे दोनों पैदल थे। इसी दौरान रास्ते से एक व्यक्ति उनके बेहद करीब पहुंचा और श्रेया को छीनने की कोशिश करने लगा। उसका रवैया बच्चा चोरी करने वाले गैंग के जैसा था। किसी तरह देव कुमारी ने अपने बच्चे की रक्षा की और उस युवक के हाथों से बच्चे को लिया। चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे लोगों ने युवक की पिटाई कर दी। इसके बाद इसकी सूचना डायल 112 को दी। 

प्रीतम चौहान की सूचना पर डायल 112 की टीम यहां पहुंची और संबंधित व्यक्ति को लेकर थाने चली गई। प्रीतम ने बताया कि यह व्यक्ति कभी खुद को झारखंड तो कभी बिहार का निवासी बता रहा था। उसके पास से जो सामान मिले हैं, उसे लेकर हम सभी को काफी संदेह हो रहा है। इस घटना से इलाके में डर बना हुआ है।

थाना प्रभारी रूपक शर्मा ने बताया कि वह मानसिक रूप से विक्षिप्त है, उसका मुलायजा कर आगे की कार्यवाही की जा रही है। गौरतलब है कि पांच दिन पहले ही कोरबा के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के महिला वार्ड से चार महीने के बच्चे की चोरी हो गई थी। इस मामले में खोजबीन के साथ पौड़ी विकासखंड के लाद गांव से एक महिला के कब्जे से बच्चे को बरामद कर लिया गया।