कप्तान हरमनप्रीत सिंह के आखिरी मिनटों में किए गए गोल के दम पर भारत ने सोमवार को पेरिस ओलंपिक में अर्जेंटीना के खिलाफ मुकाबला 1-1 से ड्रॉ कर लिया। 58वें मिनट तक टीम इंडिया एक गोल से पीछे चल रही थी। यहीं भारत को तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले जिसमें से हरमनप्रीत ने तीसरे प्रयास में गोल कर मैच बराबरी पर ला दिया। इसके बाद गोल नहीं हो सका और मैच बराबरी पर खत्म हुआ।

भारत ने अपने पहले मैच में न्यूजीलैंड को 3-2 से हराया था। अब उसे आयरलैंड, बेल्जियम और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना है। अगले दौर में जाने के लिए भारत को आगे के मैचों में बेहतर खेल दिखाना होगा। ओलंपिक खेलों के इतिहास में ये भारत और अर्जेंटीना के बीच दूसरा ड्रॉ मैच है। इससे पहले दोनों टीमों ने 2004 में 2-2 से ड्रॉ खेला था। अर्जेंटीना को उम्मीद थी कि वह भारत को हराकर अपना खाता खोल लेगा लेकिन हरमनप्रीत के गोल ने उसके अरमानों पर पानी फेर दिया।

अर्जेंटीना के गोलकीपर ने खड़ी की परेशानी

अर्जेंटीना इस मैच में भारत को लंबे समय तक गोल से महरूम रका और इसका कारण उसके गोलकीपर रहे, जिन्होंने कई शानदार बचाव करते हुए भारत के तमाम प्रयासों को नाकाम कर दिया। अर्जेंटीना ने इस मैच की तेज शुरुआत की और आक्रामक हॉकी खेली। हालांकि टीम इंडिया भी पीछे नहीं रही। दोनों ही टीमों की डिफेंस लाइन ने मुस्तैदी दिखाते हुए अटैकिंग लाइन को ज्यादा करीब नहीं आने दिया और नह ही फिनिश करने दिया। सातवें मिनट में भारत ने एक मौका बनाया था और बाएं छोर से अर्जेंटीना की डी में प्रवेश करने की कोशिश की थी। टीम इंडिया को हालांकि सफलता नहीं मिली थी। इसके बाद अगले कुछ मिनटों तक भारत ने लगातार अर्जेंटीना की डी के पास अपनी मौजूदगी दर्ज कराई और विपक्षी टीम को परेशानी में डाला। टीम इंडिया वन टच और शॉर्ट पास से अर्जेंटीना की डिफेंस लाइन पर दबाव बना रही थी। भात को इसका फायदा मिला और उसे नौवें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला था। इस समय हालांकि हरमनप्रीत मैदान पर मौजूद नहीं थे। भारत इस पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील नहीं कर सका।कुछ देर बाद अभिषेक ने राइट कॉर्नर से रिवर्स हिट पर गोल करने की कोशिश की लेकिन काफी करीब से चूक गए। 13वें मिनट में अर्जेंटीना को भी पेनल्टी कॉर्नर मिला। यहां डर था कि कहीं अर्जेंटीना गोल न कर दे। लेकिन श्रीजेश नाम की दीवार ने उनके मंसूबो पर पानी फेर दिया। पहले क्वार्टर में दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकीं।

दूसरे क्वार्टर में दमदार शुरुआत

दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में ही भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिल गया। इस बार टीम इंडिया के कप्तान हरमनप्रीत ने पूरी कोशिश जो असफल रही। गेंद अर्जेंटीना के गोलकीपर के पैर से टकराकर बाहर चली गई। तुरंत ही भारत को तीसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन इस बार भी टीम का खाता नहीं खुल सका। लंबी कोशिश के बाद अर्जेटीना ने आखिरकार इस मैच का पहला गोल करते हुए अपना खाता खोल लिया। लुकास मार्टिनेस ने फील्ड गोल कर अर्जेंटीना को 1-0 से आगे कर दिया। ये उनके करियर में भारत के खिलाफ दूसरा गोल है। इससे पहले टोक्यो ओलंपिक में उन्होंने भारत के खिलाफ अपना पहला गोल किया था। दूसरे क्वार्टर के आखिरी मिनटों में दोनों टीमों ने धैर्य दिखाया और कोई हड़बड़ी नहीं की क्योंकि दोनों ही टीमों की कोशिश काउंटर अटैक से बचने की थी। नतीजा ये रहा कि अर्जेंटीना ने इस क्वार्टर का अंत 1-0 की बढ़त के साथ किया। तीसरे क्वार्टर में भारत को गोल की सख्त जरूरत थी। उसने आते ही कोशिश करना शुरू किया। शुरुआत में एक करीबी मौका भारत के पास आया जो अर्जेंटीना के गोलकीपर की मुस्तैदी से चला गया। उन्होंने अपने पैर से गेंद को बाहर कर दिया। अर्जेंटीना भी अटैक करना शुरू किया और भारत की डी में प्रवेश किया। श्रीजेश के पास गेंद आई जिसे उन्होंने बाहर कर दिया। यहां हालांकि अर्जेंटीना को पेनल्टी कॉर्नर मिला। माइको कासेला का शॉट अर्जेंटीना के लिए दूसरा गोल नहीं ला सका। अर्जेटीना ने इस पर पेनल्टी स्ट्रोक की मांग की जो उसे मिल गया लेकिन माइको गेंद को को बाहर मार बैठे। अभिषेक ने 40 मिनट में एक बेहतरीन मौका बनाया। वह गेंद को लेकर गोलपोस्ट के सामने आए और घूमकर शॉट मारने की कोशिश की लेकिन गेंद बाहर चली गई। अर्जेंटीना को 42वें मिनट में दो पेनल्टी कॉर्नर मिल और दोनों ही मौकों पर वह फेल रहा। दो मिनट बाद भारत को भी पेनल्टी कॉर्नर मिला और इस बार भी भारत के पास से मौका चला गया। हरमनप्रीत सिंह गेंद को गोलपोस्ट में डाल नहीं पाए। दोनों टीमों आखिरी मिनट में पूरी कोशिश के बाद भी गोल नहीं कर पाईं और अर्जेंटीना ने इस क्वार्टर का अंत भी 1-0 की बढ़त के साथ किया।

आखिरी क्वार्टर में पलटा मैच

लग रहा था कि भारत इस मैच को हार जाएगा। लेकिन आखिरी दो मिनट में भारत को लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले और तीसरे मौके पर कप्तान हरमनप्रीत ने गेंद को नेट में डाल स्कोर बराबर कर दिया।