भोपाल । मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा इस वर्ष 12वीं पास विद्यार्थियों के जो माइग्रेशन सर्टिफिकेट जारी किए हैं। उनमें सीरियल नंबर नहीं हैं। 
विश्वविद्यालय के प्रवेश में माइग्रेशन सर्टिफिकेट छात्र लगाते हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन उस माइग्रेशन सर्टिफिकेट को मानने से इनकार कर रहे हैं। जिसके कारण छात्रों के एडमिशन नहीं हो पा रहे हैं। इसकी शिकायत छात्रों ने माध्यमिक शिक्षा मंडल में की है। शिक्षा मंडल द्वारा अभी तक कोई उपयुक्त कार्रवाई नहीं की गई है। माध्यमिक शिक्षा मंडल माइग्रेशन सर्टिफिकेट को रिप्रिंट करने के लिए भी तैयार नहीं है। 
माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारियों का कहना है, माइग्रेशन सर्टिफिकेट की जांच के लिए विश्वविद्यालय संबंधित छात्र की मूल अंक सूची से मिलान कर सकते हैं। आवश्यक होने पर ईमेल के जरिए भी माइग्रेशन सर्टिफिकेट की वैधता की जांच करा सकते हैं। इस साल 7 लाख लोगों को माइग्रेशन सर्टिफिकेट जारी किए हैं। यह सभी छात्र उच्च शिक्षा मैं प्रवेश लेने के लिए विश्वविद्यालय और मंडल कार्यालय के चक्कर लगाकर परेशान हो रहे हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारी सुनने के लिए तैयार नहीं है।