भोपाल । मध्य प्रदेश के 3 लाख से अधिक अल्प वेतन भोगी कर्मचारियों (दैनिक वेतन भोगी, संवदा कर्मचारी, आउटसोर्स और स्थाईकर्मी) ने इस माह का वेतन 25 अक्टूबर तक दिलाने की मांग मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से की है। कर्मचारियों का कहना है कि इस बार 31 अक्टूबर को दीपावली का त्योहार है। रोशनी के इस त्योहार पर खर्चा भी अधिक होता है। यदि 25 अक्टूबर तक वेतन मिल जाएगा, तो इन कर्मचारियों के परिवार को त्योहार पर आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
मध्य प्रदेश संविदा कर्मचारी-अधिकारी महासंघ के अध्यक्ष रमेश राठौर ने बताया कि इन कर्मचारियों को भोपाल में 1 से 5 तारीख के बीच वेतन दिया जाता है। जिलों में तो हालात और खराब हैं। वहां 10 तारीख या उसके बाद ही वेतन मिल पाता है। इस बार भी ऐसा ही हुआ, तो ये कर्मचारी और उनके परिजन दीपावली का त्योहार उत्साह से नहीं मना पाएंगे। वे कहते हैं कि रोशनी के इस त्योहार पर घर की सफाई-पुताई, पटाखे-मिठाई, लाइटिंग पर बड़ी राशि खर्च होती है। राठौर कहते हैं कि इन कर्मचारियों का वेतन काफी कम है। महीने के अंत में बचत भी नहीं हो पाती है। इसलिए समय से वेतन मिल जाएगा, तो इन कर्मचारियों के परिजनों के चेहरे पर खुशी आ जाएगी। उल्लेखनीय है कि हर महीने की 20 तारीख तक विभाग वेतन बिल बनाते हैं। कोषालय की स्वीकृति के बाद अगले महीने की 1 से 5 तारीख के बीच में वेतन दिया जाता है पर आमतौर पर देखा जाता है कि संविदा और आउटसोर्स कर्मचारियों के वेतन बिल समय पर नहीं बनाए जाते हैं। जिससे उन्हें वेतन मिलने में देरी होती है।