उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में अगले महीने से सितम्बर तक के लिए पर्यटन बंद हो जाएगा। जून का महीना जंगल में पर्यटन का आखरी महीना है। इसके बाद तीन महीने तक पर्यटन बंद रहेगा। तीन महीने बाघ पूरी तरह से आजाद होकर जंगल मे घूम सकेंगे। हालांकि इस दौरान बाघों की सुरक्षा पर पार्क प्रबंधन को ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता होगी।

पर्यटन बारिश के दौरान कई कारणों से बंद रखा जाता है। इसमें सबसे बड़ी वजह जंगल के कच्चे रास्तों में वाहन चालाना आसान न होना है। वाहन जंगल मे कहीं फंस न जाए और पर्यटक किसी तरह की परेशानी में न फंसे, इसलिए पर्यटन बंद कर दिया जाता है। हालांकि इसकी अन्य वजह यह भी है कि बारिश के दिनों में बाघ ज्यादातर बाघिन के साथ रहना पसंद करता है और इस दौरान वे ज्यादा खुंखार हो जाते हैं।जुलाई से सितम्बर के आखिर तक पार्क बंद रहने से जंगली जानवरों के जीवन में मनुष्यों का दखल पूरी तरह से बंद हो जाता है और वे ज्यादा बेहतर ढंग से जंगल में निवास कर पाते हैं। जंगल के अंदर वाहनों और पर्यटकों का शोर थमने से जंगली जानवरों को सुकून मिलता है। 

पर्यटन बंद होने के दौरान सबसे खास बात यह है कि अगले 3 महीने तक जंगल में बाघों का विशेष ध्यान रखा जाएगा और उनके आवास को सुरक्षित करने के लिए गश्त बढ़ाई जाएगी। इस दौरान बाघों के मार्ग को और घना किया जाएगा ताकि वह आसानी से विचरण कर सकें। जंगल के रास्तों के अंडरपास को भी क्लियर किया जाएगा। एक जुलाई से बंद होने के बाद नेशनल पार्क को अक्टूबर में खोला जाएगा।