करोड़ों को चेक बाउंस का मामला भी दर्ज...गिरफ्तारी से बच रहा आर डी साहू

एस. एन. सिंह
भोपाल।
राजधानी भोपाल में यदि आप अपनें मेहनत की गाढी कमाई से आशियाना बनानें का सपना संजोकर रखें हैं और इस सपनें को आनन फानन नें पूरा करना चाहते हैं तो आपको सतर्क रहनें के साथ ही एक ऐसे खोजबीन कि आवश्यकता जरुर करनी चाहिये जिससे आप अपनें वर्षों कि कमाई को खटाई में न डाल दें। क्योंकि इन दिनों कुछ बिल्डर व ठेकेदार राजधानी में जमीन कि खरीद फरोख्त के साथ कम दाम में घर बनानें का सपना दिखाकर खुलेआम छल कर रहे हैं जिसके पर्दे के पीछे वह काली हकीकत है जो आपकी जमांपूजी को खत्म भी कर सकता है।‌ मामला राजधानी भोपाल के रायसेन- विदिशा रोड़ स्थित राजधानी परिसर के नाम से आवासीय‌ कालोनी क्षेत्र का है जहां आर डी साहू नामक एक व्यक्ति अपनें महिला पार्टनर के साथ धोखाधड़ी कर ग्राहकों को चूना लगाता दिख रहा है।

यह है मामला
दरअसल आज से लगभग 5 से 6 वर्ष टीकमगढ़ कि रहनें वाली डॉ मांडवी साहू नें भोपाल निवासी आरडी साहू के साथ जमीन के कारोबार में करोड़ों रुपये लगाकर रजिस्टर्ड पार्टनरशिप कर 21एकड़ जमीन क्रय की और वहां आवासीय प्लाट काटकर विक्रय की योजना तैयार की। बताया जाता है कि 21 एकड़ के अंश रकवे में प्लाट काटे और उन्हें विक्रय किया जानें लगा। 


डॉ मांडवी साहू नें बताया कि आर डी साहू के मन में प्लाट विक्रय के दौरान भूमि के पैसे आनें से लालच आ गया और वह मुझे बिना बताये तीन कंपनियां बना लिये, इतना ही नहीं इन कंपनियों के माध्यम से वह मुझे बताये बिना मेरे हिस्से की भी जमीन विक्रय करनें लगे। और उन कंपनियों में मुझे पार्टनर भी नहीं रखा। जब इस बारे में मैनें आर डी साहू से बात की तो कोई सार्थक जवाब न देते हुये उन्होनें मामले को तूल न पकड़ानें की बात‌ करते हुये करोडों रुपये के 2 चेक दिये लेकिन वह चेक भी बाऊंस‌ हो गये जिस पर आर डी साहू पर 138 का मुकदमा दर्ज होनें के साथ ही अस्थायी गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया।

फर्जी नक्सा बनाकर काट दी कालोनी
डॉ मांडवी साहू नें बताया कि आर डी साहू नें पैसे के लालच में उनके हिस्से के 11 एकड़ की जमीन पर भी बंरदबाट शुरु कर दिया और फर्जी नक्सा बनाकर उनके इस जमीन के अंश रकवे पर अन्य लोगों को काबिज कर दिया।‌ बीते 9 जून को मैंने पुन: भूमि का नापजोख व बटांक कराया तो आरडी साहू का बड़ा फर्जीबाड़ा सामनें आया जिसकी शिकायत मैनें थानेंं से लेकर डीएम, एस डी एम, तहसीलदार के यहां कि लेकिन कोई कार्यवाही न हो सकी। बल्कि मेरी ही जमीन पर जब मैं बाऊंड्रीवाल बना रही थी तो उन्हें पुलिसवालों नें डरा धमकाकर कार्य रोक दिया और गलत रकवे पर काबिज लोगों नें भी आरडी साहू के उकसानें पर झूठी शिकायत करा दी। डॉ मांडवी साहू नें कहा कि वह टीकमगढ़ में रहती है और बार बार भोपाल नहीं आ पाती जिसका फायदा उठाकर आर डी साहू मेरे हिस्से की जमीन पर अनैतिक रुप से कब्जा करा रहा है।

आर डी साहू नें मामले पर कहा
वहीं इस मामले में चर्चा में आये बिल्डर आर डी साहू नें कहा कि डॉ मांडवी साहू को उनका हिस्सा दे दिया गया है वह अब जबरन दबाव बना रही है हम सिविल कोर्ट व हाई कोर्ट से जीते हुये हैं और नियमानुसार कार्य कर रहे हैं। यह पूरी कालोनी आवासीय है और ग्राहकों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं आनें देगें।

चेक बाउंस की क्या है हकीकत
लेकिन इस पूरे मामले में डॉ मांडवी साहू को दिये गये करोड़ों रुपये के चेक इस बात को प्रमाणित करते नजर आ रहे हैं कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। अहम यह भी है कि इस मामले में आर डी साहू न ही डॉ मांडवी साहू को भुगतान कर रहे हैं और न ही न्यायालय में उपस्थित हो रहे हैं। बहरहाल पूरे मामले में दोनों ही पक्ष अपनी बात पर अडे हुये हैं और उसका खामियाजा भूमि क्रेताओं को भुगतना पड़ रहा है।