ब्रिक्स महिला व्यापार गठबंधन ने डरबन में "लिंग समानता के लिए डिजिटल परिवर्तन: अवसरों का अनावरण और चुनौतियों पर काबू पाने" शीर्षक से एक ऐतिहासिक सत्र का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में ब्रिक्स देशों की प्रमुख महिलाओं को एक साथ लाया गया। इस सत्र में अपनी परिवर्तनकारी शक्ति के माध्यम से डिजिटल परिवर्तन को बदलना और लैंगिक असमानताओं को पाटने पर प्रकाश डाला गया।

पैनल चर्चा का केंद्रीय विषय लैंगिक समानता को बढ़ावा देने में डिजिटल परिवर्तन की महत्वपूर्ण भूमिका और संबंधित चुनौतियों पर काबू पाने की अनिवार्य आवश्यकता के इर्द-गिर्द रहा। चर्चा की शुरुआत रूस की क्रिस्टीना द्वारा अर्थव्यवस्था के सभी पहलुओं के डिजिटलीकरण की आवश्यकता बताने से हुई।

भारत से डॉ. गुप्ता ने आधुनिक व्यवसायों पर प्रौद्योगिकी के निर्विवाद प्रभाव को रेखांकित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज के लगभग 90% व्यवसाय विभिन्न रूपों में प्रौद्योगिकी पर निर्भर हैं, जिससे डिजिटल परिवर्तन एक परम आवश्यकता बन गया है। उन्होंने आगे कहा, "सोशल मीडिया, ई-कॉमर्स और एआई संचार, वाणिज्य और संचालन में क्रांति ला रहे हैं। मार्केट में इन सबके आने से सभी के लिए, विशेषकर महिलाओं के लिए डिजिटल अपस्किलिंग की आवश्यकता होगी।