बदायूं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी परियोजना गंगा एक्सप्रेस-वे धरातल पर दिखाई पड़ने लगी है। नेशनल हाईवे और रामगंगा पर पुल बनकर तैयार हो चुके हैं। जगह-जगह अंडरपास भी बन चुके हैं। किसानों की जमीन अधिग्रहण करने के बाद उनका भुगतान भी किया जा चुका है। इस साल दिसंबर तक कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। अधिकारियों को दावा है कि समय से कार्य पूरा कराने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।

जिले में 92 किमी लंबाई है
  
मेरठ से लेकर प्रयागराज तक बन रहे गंगा एक्सप्रेस-वे की जिले में 92 किमी लंबाई है। बिसौली से लेकर बिल्सी, बदायूं और दातागंज तहसील क्षेत्र के 83 गांवों से होकर गुजर रही है। जिले में एसजी इंफ्रा कंपनी निर्माण करा रही है। शुरुआती दौर में किसानों की जमीन अधिग्रहण को लेकर विवाद होते रहे, लेकिन प्रशासन ने सारे विवादों का निस्तारण करा दिया है। जिन किसानों से जमीन खरीदी गई थी, उनका भुगतान भी करा दिया गया है।

तेजी से चल रहा है काम

कुछ किसानों के विवाद अदालत में चल रहे हैं, उनकी भूमि की धनराशि भी यूपीडा के पास जमा करा दी गई है। विवाद का निपटारा होने के बाद खेत मालिक को उसका भुगतान मिल जाएगा। चुनावी गतिविधियों के बीच काम की गति धीमी पड़ी थी, लेकिन जिले में मतदान हो जाने के बाद गति तेज हो गई है। बिनावर में बरेली-आगरा नेशनल हाईवे को क्रास हो रहा है। यहां हाईवे के ऊपर ब्रिज तैयार हो गया है। यहां उतार-चढ़ाव के लिए भी लूप प्वाइंट तैयार कराया जा रहा हैं। एसजी इंफ्रा के मैनेजर दीपक सिंह राठौर का कहना है कि दिन-रात तेजी से काम चल रहा है। किसी तरह का कहीं कोई विवाद नहीं है। शासन की मंशा के अनुरूप इस साल दिसंबर तक कार्य पूर्ण करने की कोशिश की जा रही है।

बिनावर और दातागंज में बनेगा औद्योगिक गलियारा

बिनावर और दातागंज में औद्योगिक गलियारा बनाया जाएगा। बिनावर में 100 हेक्टेयर और दातागंज में बिहारीपुर, डहरपुर, छछऊ गांवों के निकट 174 हेक्टेयर जमीन का प्रबंध भी कर लिया गया है। यूपीडा की टीम लखनऊ से आकर चयनित जमीन का जायजा भी ले चुकी है। हालांकि यहां भी 100 हेक्टेयर में ही गलियारा विकसित होना है। कहां कौन सा उद्योग लगेगा यह यूपीडा स्तर से ही तय किया जाएगा, लेकिन जिले के हजारों युवाओं को यहीं पर रोजगार मिलने की उम्मीद है।

निर्माण की गति तेज, ऐतिहासिक टीला खत्म

गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण बड़ी तेजी से हो रहा है। तहसील क्षेत्र में यह हाइवे बदायूं-चंदौसी रोड, इस्लामनगर रोड, बिल्सी रोड, सहसवान रोड के उपर से गुजर रहा है। इस गंगा एक्सप्रेसवे का सबसे तेजी से निर्माण इस्लामनगर रोड पर हो रहा है। सबसे बड़ी बात है कि ग्राम कोट के समीप गंगा एक्सप्रेस वे के ठेकेदार द्वारा खोदाई कराई गई। ऐतिहासिक टीला तो खत्म हो ही गया साथ ही गांव के समीप बड़े बड़े गड्डे हो गए, जो कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। एसडीएम कल्पना जायसवाल ने बताया कि निर्माण तेजी से चल रहा है और निर्धारित समय में पूरा भी हो जाएगा। कृषि भूमि के क्रय में होनी वाली दिक्क़तें दूर हो गईं और किसानों को क्रय मूल्य भी दिला दिया गया।

दोनों साइड में बाउंड्री का कराया जा रहा निर्माण

मेरठ से प्रयागराज 594 किमी बनने वाला क्षेत्र में एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य पिलर का काम पूरा हो चुका है। जबकि दोनों साइड से 21 मीटर जमीन अधिग्रहण करके बाउंड्री लगाई जा रही है। एक्सप्रेसवे की जो सड़क बनाई गई है उस पर दो पहिया, चार पहिया वाहन बिनावर तक सीधे दौड़ रहे हैं। एक्सप्रेसवे कर्मचारियों ने प्रसिद्धपुर गांव के निकट 21 मीटर जमीन अधिग्रहण की है, उसमें आसपास के गांव का निकास बंद हो गया है। जिसके चलते पिछले सप्ताह ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन भी किया था। एसडीएम धर्मेंद्र कुमार सिंह के समझाने पर शांत हुए थे। गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण निर्वाध गति से चल रहा है। स्थानीय स्तर पर किसी तरह की कोई समस्या नहीं है। किसानों का पूरा भुगतान किया जा चुका है। कार्यदायी संस्था के इंजीनियर दिन-रात निर्माण करा रहे हैं। उम्मीद है कि आगामी दिसंबर माह तक कार्य पूर्ण हो जाएगा। - डा.वैभव शर्मा, एडीएम वित्त एवं राजस्व