बिहार की राजधानी पटना में पहली बार किसी प्रधानमंत्री का रोड शो होने वाला है। रविवार को होने वाले इस रोड शो की तैयारियों के बीच शनिवार की शाम लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए प्रचार अभियान थम गया है। अब प्रत्याशियों के पास घर-घर जनसंपर्क का विकल्प ही बचा है। बिहार के शुरुआती तीन चरणों के चुनाव में कोई बहुत बड़ा नाम नहीं था। चौथे चरण में दो केंद्रीय मंत्रियों गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय की प्रतिष्ठा दांव पर है। इसके अलावा बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाईटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह के भी भाग्य का फैसला 13 मई को होने वाला है। बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी के राजनीतिक कॅरियर का फैसला भी इसी चरण में है। चौथे चरण में बिहार की पांच सीटों पर कुल 55 प्रत्याशी हैं। इनमें चार महिलाएं हैं।

बेगूसराय, मुंगेर, उजियारपुर, दरभंगा और समस्तीपुर में वोट

चौथे चरण में बेगूसराय, उजियारपुर और दरभंगा में भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज मैदान में हैं। मुंगेर में जदयू के मौजूदा सांसद ललन सिंह उतरे हैं। समस्तीपुर में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के टिकट पर शांभवी चौधरी चुनावी रण में उतरी हैं। बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के सामने कॉम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के प्रत्याशी अवधेश राय समेत कुल 10 प्रत्याशी मैदान में हैं। बेगूसराय को फैसला लेना है कि वह भाजपा के साथ रहेगा या वामपंथी धारा में वापसी करेगा। समस्तीपुर जिले के उजियारपुर की लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय के सामने राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व सांसद और 28 जनवरी तक बिहार में रही महागठबंधन सरकार के तत्कालीन कद्दावर मंत्री आलोक कुमार मेहता समेत कुल 13 प्रत्याशी हैं। उजियारपुर को फैसला करना है कि वह पीएम मोदी के साथ जाएगा या राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव व तेजस्वी यादव के प्रति आस्था दिखाएगा। मुंगेर में जदयू के मौजूदा सांसद ललन सिंह के सामने राजद ने गैंगस्टर अपराधी अशोक महतो की नई-नवेली पत्नी अनीता देवी को उतारा है। मुंगेर से कुल 12 प्रत्याशी हैं। वोटरों को तय करना है कि वह सीएम नीतीश कुमार और पीएम नरेंद्र मोदी के साथ जाएगा या लालू-तेजस्वी की ओर से सामने लाए गए चेहरे का साथ देगा।

दरभंगा में भाजपाई सांसद गोपालजी ठाकुर के मुकाबले इस बार राजद ने मुस्लिम की जगह लालू-तेजस्वी की जाति से ललित यादव को प्रत्याशी बनाकर बड़ा खेल किया है। यहां आठ ही प्रत्याशी हैं, इसलिए वोट भी कम कटेगा और लड़ाई अच्छी जमेगी। समस्तीपुर सीट से दिवंगत रामचंद्र पासवान के बेटे प्रिंस राज लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद हैं। टूटी पार्टी के इस हिस्से को मौका नहीं मिला है, इसलिए दूसरे हिस्से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने अपना प्रत्याशी दिया- शांभवी चौधरी। शांभवी को एनडीए की यह सीट बचानी है। उनके मुकाबिल यहां उनके पिता अशोक चौधरी के साथ बिहार सरकार के मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी सन्नी हजारी और शांभवी को मिलाकर समस्तीपुर से कुल 12 प्रत्याशी मैदान में हैं। 

95.83 लाख वोटर, 9447 मतदान केंद्र

चौथे चरण में सबसे ज्यादा 22 लाख मतदाताओं वाले बेगूसराय और सबसे कम 17.48 लाख वोटरों वाले उजियारपुर समेत पांच सीटों पर चुनाव हो रहा है। कुल 9447 मतदान केंद्रों पर वोटिंग होगी। इस चरण में कुल 95 लाख 83 हजार 662 मतदाताओं को अपने प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में दर्ज करना है। अबतक तीसरे चरण में सर्वाधिक 60 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ है। चौथे चरण के मतदान के दिन मौसम अनुकूल रहने के कारण मतदान प्रतिशत और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। चौथे चारण में 40 लाख से ज्यादा पुरुष, 45 लाख से ज्यादा महिलाएं और 193 थर्ड जेंडर के वोटरों को प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करना है।