108 निजी अस्पतालों में नहीं होगा स्मार्ट कार्ड से उपचार

बिलासपुर। पिछले तीन महीने से क्लेम राशि का भुगतान नहीं होने से नाराज निजी अस्पतालों ने शुक्रवार से स्मार्ट कार्ड के माध्यम से इलाज नहीं करने का निर्णय लिया है। अस्पताल प्रबंधन को मनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से किए गए प्रयासों का कोई हल नहीं निकला।
स्मार्ट कार्ड से उपचार के लिए जिले में 108 निजी अस्पताल पंजीकृत हैं। क्लेम राशि जारी करने में देर होने व अन्य मांगों को लेकर इन्होंने 18 दिसंबर से स्मार्ट कार्ड से उपचार न करने का निर्णय लिया था। इस पर जिला प्रशासन ने समाधान निकालने कुछ दिन का समय मांगा था।
तब डॉक्टरों ने 21 दिसंबर तक का समय दिया। लेकिन इस दौरान भी मांगों को पूरा करने का कोई प्रयास नहीं किया गया। इसकी वजह से निजी अस्पतालों को सितंबर से एक भी क्लेम का भुगतान नहीं हुआ है। निजी अस्पतालों ने मांगें पूरी नहीं होने पर 22 दिसंबर से स्मार्ट कार्ड से उपचार न करने का निर्णय लिया है।
यह हैं मांगें
1. जनवरी से 30 नवंबर 2017 तक की सभी निरस्त व लंबित प्रकरणों का भुगतान 7 दिनों के भीतर हो।
2. टीपीएम द्वारा अनुमति मिलने के बाद भी भुगतान को निरस्त कर दिया जाता है। यह तत्काल प्रभाव से बंद होना चाहिए।
3. टीपीए द्वारा प्री ऑटोराइजन एक-दो दिनों का ही दिया जाता है, जो पूरे इलाज के लिए पर्याप्त नहीं है।
4. इलाज होने और मरीज के बिना भर्ती किए तत्काल घर चले जाने के मामले में भी दावे स्वीकार होने चाहिए।
5. सभी प्रक्रियाओं को अनावश्यक रूप से कठिन किया जा रहा है। सभी का आवश्यक सरलीकरण किया जाना चाहिए।
6 एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेशन प्रोटोकाल) शासन द्वारा निर्धारित हो। साथ ही पूरे प्रदेश में एक समान होना चाहिए।
चरमरा जाएगी जिले की चिकित्सा व्यवस्था
जिले के 108 निजी अस्पतालों में स्मार्ट कार्ड से उपचार किया जाता है। इससे करीब 4 लाख स्मार्ट कार्डधारी परिवार लाभांवित हो रहे हैं। उनमें से 60 से 70 प्रतिशत परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हैं। यदि स्मार्ट कार्ड से उपचार बंद कर दिया जाता है तो जिले की चिकित्सकीय व्यवस्था चरमरा जाएगी।
क्लेम जारी करने का दिखावा
निजी अस्पताल प्रबंधन को खुश करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 20 व 21 दिसंबर को क्लेम कंपनी व निजी अस्पताल की बैठक बुलाकर क्लेम जारी करने का दिखावा किया गया। इसमें सितंबर से पहले के क्लेम की जांच की गई। जबकि अस्पतालों की यह मुख्य मांग थी सितंबर से अब तक के क्लेम की राशि पहले जारी की जाए। ऐसा नहीं हो सका।
आईएमए की अपील
आईएमए के मीडिया प्रवक्ता ने बताया कि अब निजी अस्पताल स्मार्ट कार्ड से उपचार नहीं करेंगे। लोग शासकीय अस्पतालों में कार्ड से उपचार करा सकेंगे।
- निजी अस्पताल के क्लेम के लंबित मामलों का निपटारा किया जा रहा है। निजी अस्पताल प्रबंधन ने स्मार्ट कार्ड से उपचार करेंगे या नहीं, इसकी आधिकारिक तौर पर जानकारी नहीं मिली है। - डॉ. सुजय मुखर्जी, प्रभारी, सीएमओ