कोरोना के कारण लगभग 2 साल से स्कूल बंद थे, जो अब खुल गए हैं। ऐसे में कुछ स्कूल आपदा में अवसर ढूंढने की कोशिश करते हैं। प्राइवेट स्कूलों में अभिभावकों को निर्देश देते हैं कि वे बच्चों के लिए यूनिफॉर्म और पुस्तकें स्कूल से ही खरीदें, ताकि स्कूल की तरफ से यूनिफॉर्म और पुस्तकों को मनमानी रेट पर बेचा जा सके। ऐसी शिकायत मिलने के बाद छत्तीसगढ़ के दुर्ग  में जिला शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि कोई भी स्कूल अभिभावकों को यूनिफॉर्म और पुस्तकें लेने के लिए मजबूर नहीं कर सकता।

जब भी स्कूल का सत्र शुरू होता है तो कई प्राइवेट स्कूल अभिभावकों को स्कूल से ही यूनिफार्म और पुस्तकें लेने के लिए बाध्य करते हैं। प्राइवेट स्कूल अपनी मनमानी करते हुए अभिभावकों को यह कहते हैं कि आपको स्कूल से ही यूनिफॉर्म और पुस्तकें लेनी होंगी। ऐसा इसलिए कहा जाता है ताकि स्कूल प्रबंधन ज्यादा से ज्यादा लाभ कमा सके। इस तरह की शिकायत मिलने के बाद जिला शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है, जिसमें लिखा है कि कोई भी प्राइवेट स्कूल अभिभावकों को स्कूल से यूनिफार्म और पुस्तकें लेने के लिए बाध्य नहीं कर सकता। अगर कोई भी स्कूल ऐसा करता पाया गया तो उस पर कड़ी कार्रवाई होगी।