भोपाल । विदिशा जिला लटेरी वन क्षेत्र मे वन माफियाओं ने वन कर्मचारियों के ऊपर प्राणघातक हमला किया है हमले में 4 वन कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हुए हैं लेकिन पुलिस ने घटना की एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई है। वन कर्मचारी मंच ने वन मंत्री को ज्ञापन सौंपकर मांग की  है कि वन कर्मचारियों के ऊपर हमला करने वाले वन माफियाओं को तत्काल गिरफ्तार किया जाए तथा उनके विरुद्ध रासुका लगाने की कार्रवाई की जाएं।
वन कर्मचारी मंच के प्रांत अध्यक्ष अशोक पांडे ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि प्रदेश में वन कर्मचारियों के ऊपर निरंतर वन माफिया हमले कर रहा है लेकिन सरकार वन कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस नीति नहीं बना रही है नाही शस्त्र चलाने का अधिकार दे रही है बल्कि वन माफियाओं को मुआवजा और अनुकंपा नियुक्ति की सौगात दे रही है जिस कारण बन माफिया के हौसले निरंतर बुलंद होते जा रहे हैं 9 माह पूर्व 16 अगस्त 2022 को बंद कर्मचारियों ने अपनी सास की बंदूकें भी विभाग के माल खाने में जमा कर दी है जिस कारण वन कर्मचारी निहत्थे है कल विदिशा के लटेरी में वन माफियाओं ने सागौन की बड़ी मात्रा में कटाई की है जिसको रोकने विदिशा बन मंडल के वन कर्मचारी लटेरी के वन क्षेत्र में पहुंचे तो उनके ऊपर वन माफियाओं ने गैंग बनाकर प्राणघातक हमला कर दिया किसी तरह गुना वन मंडल के वन कर्मचारियों ने घटनास्थल लटेरी गुना का बॉर्डर मक्सूदनगढ़ पहुंचकर विदिशा वन मंडल के वन कर्मचारियों की वन माफिया से जान बचाई तथा दो सागौन तस्करों को बंदी भी बना लिया लेकिन  पुलिस प्रशासन ने इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद भी वन माफियाओं के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज नहीं करी है बल्कि वन माफियाओं को संरक्षण दे रही है जिससे वन कर्मचारियों का मनोबल गिर गया है एक तरफ 9 अगस्त 2022 को लटेरी कांड की घटना की सरकारी आयोग जांच कर रहा है वही सरकार लटेरी के जंगलों को वन माफियाओं से बचाने के प्रति गंभीर नहीं है नाही वन कर्मचारियों की सुरक्षा की चिंता सरकार को है वन कर्मचारी मंच ने निर्णय लिया है कि यदि सात दिवस में सरकार ने वन कर्मचारियों पर हमला करने वाले वन माफियाओं को गिरफ्तार करके उनके विरुद्ध रासुका लगाने की कार्रवाई नहीं करी तथा 1 कर्मचारियों की सुरक्षा की नीति नहीं बनाई तो वन कर्मचारी मंच आंदोलन का रास्ता अपना आएगा।