नई दिल्ली । जेल में बंद दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को कोर्ट में पेश करने के लेकर वायरल हो रहे एक वीडियो  में दिख रहा है कि मनीष सिसोदिया दिल्ली की एक अदालत में हैं, जहां उन्हें चारों तरफ से पुलिसकर्मियों ने घेरा हुआ है। इस दौरान वहां मौजूद पत्रकार मनीष सिसोदिया से दिल्ली सरकार और केंद्र के बीच अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर चल रही खींचतान पर सवाल पूछते हैं। पत्रकार उनसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र द्वारा लाए गए अध्यादेश पर सवाल पूछते हैं। 
पत्रकारों के सवाल पर मनीष सिसोदिया ने जवाब दिया कि मोदी जी बहुत अहंकारी हो गए हैं, उन्हें लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। इसके बाद वहां मौजूद पुलिस अधिकारी पत्रकारों के फोन को छीनने की कोशिश करते हैं। इन सब के बीच मनीष सिसोदिया अपनी बात रह रहे होते हैं तभी पुलिस के अधिकारी उन्हें गर्दन से पकड़कर अंदर लेकर जाते हैं। 
मनीष सिसोदिया को गर्दन से पकड़कर अंदर लेकर जाने का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वायरल हो रहे वीडियो पर ही दिल्ली के सीएम ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस घटना को लेकर एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में सीएम केजरीवाल ने लिखा है कि क्या पुलिस को इस तरह मनीष जी के साथ दुर्व्यवहार करने का अधिकार है? क्या पुलिस को ऐसा करने के लिए ऊपर से कहा गया है? 
सीएम केजरीवाल से पहले दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने भी एक ट्वीट किया था। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि राउस एवेन्यू कोर्ट में मनीष जी के साथ इस पुलिसकर्मी द्वारा चौंकाने वाला दुर्व्यवहार किया गया है। दिल्ली पुलिस को उस अधिकारी को तुरंत निलंबित करना चाहिए। 
सीएम केजरीवाल और उनकी सरकार के मंत्री द्वारा दिल्ली पुलिस के व्यवहार पर उठाए जा रहे सवाल पर दिल्ली पुलिस ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। दिल्ली पुलिस ने इस पूरी घटना को लेकर एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में दिल्ली पुलिस ने लिखा है कि राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी के समय मनीष सिसोदिया के साथ पुलिस दुर्व्यवहार की बात दुष्प्रचार है। वीडियो में प्रचारित पुलिस की प्रतिक्रिया सुरक्षा की दृष्टि से अनिवार्य थी। न्यायिक अभिरक्षा में अभियुक्त द्वारा मीडिया को वक्तव्य जारी करना विधि विरुद्ध है।