शनि के अतिरिक्त एक ग्रह ऐसा है जिसका नकारात्मक प्रभाव व्यक्ति के जीवन को कठिनाइयों से भरकर बर्बादी की डगर तक ले जा सकता है. वो ग्रह है राहु. राहु एक रहस्मय ग्रह है. ज्योतिष शास्त्र में राहु को पाप ग्रह, छाया ग्रह, मायावी क्रूर ग्रह भी कहा गया है. अप्रैल का महीना राहु की दृष्टि से बेहद अहम होने जा रहा है. राहु अप्रैल में राशि परिवर्तन कर रहा है. ये राशि परिवर्तन सभी राशियों को प्रभावित करेगा. ऐसे में राहु दोष से मुक्ति पाने के लिए या राहु को मजबूत बनाने के लिए आप राहु के इस खास मंत्र इन बेजोड़ उपायों को अपना सकते हैं. इससे आपको असर तुरंत ही दिखने लगेगा बिगड़े काम बनने लगेंगे.
राहु गोचर 2022 (Rahu Transit 2022)
पंचांग के अनुसार 12 अप्रैल 2022 को राहु वृष राशि में अपनी यात्रा को पूर्ण कर मेष राशि में आ रहा है. मेष राशि में राहु 18 साल बाद गोचर करने जा रहा है. राहु को मेष राशि में लगभग डेढ़ बरस तक रहेगा.

मंगल की राशि मेष में राहु का गोचर
मेष राशि मंगल की राशि है. 12 अप्रैल को राहु मंगल की राशि में प्रवेश करेगा. जिन लोगों की कुंडली में राहु मंगल शुभ अवस्था में है, राहु का गोचर उन्हें परेशान कर सकता है.इसलिए इस दौरान सावधान रहने की जरूरत है. राहु का राशि परिवर्तन सभी राशि यानि मेष से मीन राशि तक के लोगों को प्रभावित करने जा रहा है.

राहु के अशुभ होने के संकेत
- नौकरी में बाधा, सेहत को हानि, शत्रु परेशान करते हैं
- अचानक धन की हानि, खर्च बढ़ जाते हैं
- आसान काम में भी सफलता के लिए संघर्ष करना पड़ता है
- जमा पूंजी तेजी से नष्ट होने लगती हैं
- घर के बड़ों का सम्मान कम होने लगता है
- नशे गलत कामों की आदत बढ़ने लगती है
- स्वच्छता के नियमों का पालन नहीं हो पाता है
- आलस घेर लेता है, राहू व्यक्ति को अकेला कर देता है
इस तरह की स्थितियां दिखाई देने लगे हैं तो समझ लेना चाहिए कि राहु अशुभ फल दे रहा है. राहु को तत्काल ठीक करना चाहिए, नहीं तो ये बड़ी हानि भी प्रदान करता है. राहु यदि व्यक्ति को जमीन से आसमान पर बैठा सकता है तो आसमान से जमीन पर भी ला सकता है.

राहु को शुभ बनाने के उपाय करें
- राहु दोष से मुक्ति पाने के लिए जल में कुश डालकर प्रतिदिन स्नान करें.
- राहु से पीड़ित लोगों को शनिवार के दिन मीठी चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए.
- गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा-अर्चना करने से राहु की अशुभता दूर होती है.
- नियमित रूप से ॐ नमः शिवाय महामृत्युंजय मंत्र जाप से भी राहु शांत होता है.

राहु मंत्र (Rahu Mantra)
'ॐ रां राहवे नमः' इस मंत्र का नित्य एक माला जाप करना चाहिए. इस मंत्र को राहु को शांत करने के लिए बहुत ही प्रभावशाली माना गया है.