हैदराबाद । आयकर विभाग मंगलवार को हैदराबाद और उसके आसपास तेलंगाना के श्रम मंत्री मल्ला रेड्डी और उनके रिश्तेदारों के आवास और कार्यालयों पर छापेमारी कर रहा है। आईटी टीमों ने हैदराबाद और मेडचल मलकाजगिरी जिलों में मंत्री, उनके बेटे महेंद्र रेड्डी, दामाद मैरी राजशेखर रेड्डी और अन्य के परिसरों पर एक साथ तलाशी शुरू की है।आईटी विभाग की कर चोरी विंग की लगभग 50 टीमों ने मंगलवार सुबह तड़के तलाशी शुरू की, जो कोम्पल्ली में पाम मीडोज विला पर भी की गई। माना जाता है कि लगभग 150 से 170 अधिकारी एक साथ तलाशी में भाग ले रहे हैं। वे कर चोरी के आरोपों के बाद मल्ला रेड्डी समूह द्वारा संचालित संस्थानों के आय रिकार्ड की जांच कर रहे हैं।

मल्ला रेड्डी समूह एक मेडिकल कालेज, डेंटल कालेज, एक अस्पताल और एक इंजीनियरिंग कालेज सहित कई शैक्षणिक संस्थान चलाता है। आईटी टीमें संस्थानों के शीर्ष अधिकारियों के कार्यालयों और आवासों पर भी छापेमारी कर रही हैं। दिलचस्प बात यह है कि आईटी छापे ऐसे समय में किए गए जब तेलंगाना के विशेष जांच दल ने विधायकों के अवैध शिकार मामले की जांच तेज कर दी है, जिसमें कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी के कुछ शीर्ष नेता शामिल हैं।

भाजपा के तीन कथित एजेंटों को पिछले महीने हैदराबाद के पास एक फार्महाउस से गिरफ्तार किया गया था,जब वे तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के चार विधायकों को भाजपा में वफादारी बदलने के लिए लुभाने की कोशिश कर रहे थे।दो साधु समेत आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।टीआरएस विधायकों ने आरोप लगाया है कि उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए 250 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी। जांच के तहत एसआइटी ने भाजपा महासचिव बी एल संतोष समेत चार लोगों को पूछताछ के लिए तलब किया है।