उत्तर प्रदेश सरकार में महिला और बाल विकास मंत्री स्वाति सिंह क्या घरेलू हिंसा की शिकार हैं? उन्हें पति दयाशंकर सिंह पीटते हैं? योगी सरकार की मंत्री स्वाति सिंह का एक कथित ऑडियो वायरल होने के बाद ये सवाल उठ रहे हैं। वायरल ऑडियो में स्वाति सिंह एक ऐसे शख्स से बातचीत कर रही हैं, जो उनके पति दयाशंकर सिंह की शिकायत कर रहा है। इस दौरान वह कहती हैं कि उनके बीच बातचीत का दयाशंकर सिंह को पता नहीं लगना चाहिए, नहीं तो उन्हें पीटा जाएगा।

स्वाति सिंह इस ऑडियो में कहती हैं, ''मेरे स्थिति थोड़ी अलग है। उन्हें पता चलेगा तो वह आदमी मुझे भी मारना पीटना बहुत करते हैं। लेकिन मैं कभी यह नहीं चाहूंगी कि किसी निर्दोष व्यक्ति के साथ कभी ऐसा हो। सारी दुनिया जाती है कि हम दोनों पति-पत्नी के रिश्ते कैसे हैं। मैं खुद इन चीजों (मारपीट) का विरोध करती हूं।'' वह यह भी कहती हैं कि दयाशंकर सिंह और उनके भाई मारने पीटने की साारी सीमा पार कर देते हैं।

स्वाति सिंह फोन पर आगे कहती हैं, ''आप मुझे वह पेपर वगैरा सब दे दीजिए। दयशंकर जी को पता ना चले कि मेरे से आपकी बात हुई है। क्योंकि ये दयाशंकर जी धर्मेंद्र जी सब... क्या बोलूं। मैं तो भगवान से कहती हूं कि मेरे साथ बहुत गलत हो गया, ऐसे व्यक्ति से मेरी शादी हुई है, जिसकी भरपाई तो मैं कर ही नहीं सकती हूं। यह दयाशंकर सिंह और उनके भाई को ना पता लगे।'

टिकट के लिए भी है झगड़ा

गौरतलब है कि स्वाति सिंह और उनके पति दयाशंकर सिंह के बीच लखनऊ की सरोजिनी नगर विधानसभा सीट के लिए भी जंग छिड़ी हुई है। यहां से योगी सरकार की मंत्री स्वाति सिंह टिकट की दावेदार हैं तो उनके पति और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह भी दावेदारी पेश कर रहे हैं। इस समय पत्नी स्वाति सिंह इस सीट से विधायक हैं और योगी सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं।

पति-पत्नी के संबंधों पर भी होती हैं बातें

लव मैरिज करने वाले दयाशंकर और स्वाति के बीच रिश्ते लंबे समय से खराब चल रहे हैं। साल 2008 में स्वाति ने पति दयाशंकर के खिलाफ मारपीट की एफआईआर भी दर्ज कराई थी। हालांकि, दोनों ने कभी इस झगड़े को सार्वजनिक मंच पर सामने नहीं आने दिया। इससे पहले स्वाति सिंह पर भाभी के साथ मारपीट करने, बिना तलाक लिए भाई की दूसरी शादी कराने और भाभी को घर से निकालने का आरोप लगा था। स्वाति के खिलाफ मुकदमा उनके अपने सगे भाई की पत्नी आशा सिंह ने दर्ज कराया था। ये मामला करीब 11 साल पुराना है।

पति के बचाव में सुर्खियों से आईं स्वाति और बनीं मंत्री

2017 विधानसभा चुनाव से पहले दयाशंकर सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी, जिसके बाद बसपा कार्यकर्ताओं ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी की नेतृत्व में लखनऊ में बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान बसपा कार्यकर्ताओं ने दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह और बेटी पर आपत्तिजनक नारे लगाए थे। इसके जवाब में स्वाति मैदान में आईं और महिला सम्मान के नाम पर मायावती सहित बसपा के 4 बड़े नेताओं के खिलाफ हजरतगंज थाने में केस दर्ज कराया। मायावती के खिलाफ जिस तरह से स्वाति मुखर हुईं, उससे भाजपा को एक संजीवनी मिलती दिखी। इसी का नतीजा था कि जिस सीट पर बसपा की जीत पक्की मानी जा रही थी वहां स्वाति ने बाजी पलटी और जीत हासिल की। इसके बाद भाजपा ने स्वाति को मंत्री पद का तोहफा दिया।